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अल्मोड़ा उत्तराखंड के दर्शनीय स्थल | Almora Uttarakhand in Hindi 2024

अल्मोड़ा उत्तराखंड के दर्शनीय स्थल | Almora Uttarakhand in Hindi 2024

अल्मोड़ा के पर्यटन स्थल | अल्मोड़ा उत्तराखंड का इतिहास | Best Place to Visit in Almora Uttarakhand in Hindi 2022

अल्मोड़ा उत्तराखंड में बसा एक पर्वतीय नगर है, जो उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में आता है। अल्मोड़ा शहर के बीच से कोसी व सोयाल नदी बहती है। जो इसके आकर्षक का मुख्य केंद्र है। अल्मोड़ा अपने शांत वातावरण के साथ – साथ कहीं एडवेंचर के लिए भी जाना जाता है। यहां वाइल्ड लाइफ के अलावा यदि आप धार्मिक भावना से जुड़े है तो यहां पर आपके लिए कहीं सारे मंदिर है जिसमें आप दर्शन करने आ सकते है।

नवविवाहित जोड़ों के लिए हनीमून के लिए भी यह बेस्ट हिल स्टेशन है। अल्मोड़ा का चर्च भी कहीं साल पुराना है। यह चर्च ब्रिटिश कालीन है, यह चर्च इस नगर की खूबसूरती में चार चांद का कार्य करता है। अल्मोड़ा की बाल मिठाई (Bal Mithai) देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मशहूर है। बाल मिठाई के अलावा यहां की अन्य मिठाइयां भी अत्यधिक स्वादिष्ट और अच्छी होती है। अल्मोड़ा शिक्षा का मुख्य भी केंद्र है।

अल्मोड़ा कुमाऊं में शिक्षा का मुख्य केंद्र है। दूरदराज के पहाड़ से यहां बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं। यह पर्यटन स्थल सड़क मार्ग से पूरे कुमाऊं तथा उत्तराखंड राज्य से जुड़ा हुआ है। जिस वजह से लोग यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। कुमाऊं विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा केंपस अल्मोड़ा नगर में ही स्थित है। अल्मोड़ा में होली एंजल पब्लिक स्कूल, कूर्मांचल अकैडमी, महर्षि विद्या मंदिर, शारदा पब्लिक स्कूल, पाइन वुड स्कूल आदि प्रतिष्ठित स्कूल है।

अल्मोड़ा में पहुंचना बेहद आसान व काफी सस्ता भी है। तो आईये आज के लेख में हम अल्मोड़ा के सभी तथ्यों / पर्यटन स्थलों व मंदिरों के बारे में बताने जा रहे है।

अल्मोड़ा उत्तराखंड के पर्यटन स्थल Best Place to Visit in Almora Uttarakhand in Hindi

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गोलू देवता मंदिर (Golu Devta Temple in Hindi)

अल्मोड़ा नगर से कुछ दूर 8 किलोमीटर दूरी पर गोलू देवता का मंदिर है। इस मंदिर को चितई मंदिर के नाम से भी जानते हैं, जिन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता है इस मंदिर में लोग भगवान को प्रार्थना पत्र/ चिट्ठी लिखकर मनोकामना पूरी होने की कामना करते हैं, मनोकामना पूरी होने पर यहां पर घंटी चढ़ाने की परंपरा है इसके अलावा भी यहां पर कहीं मंदिर है जैसे जागेश्वर धाम गैराट ग्वेल देवता का मंदिर अल्मोड़ा नगर की बात की जाए तो यह पर्यटक नगर मंदिरों से घिरा हुआ है इन मंदिरों की खूबसूरती देखने लायक है।

जागेश्वर मंदिर (Jageshwar Temple in Hindi)

उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में जागेश्वर धाम मंदिर एक प्रमुख है। यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा मंदिर का ग्रुप है। यह अल्मोड़ा  से लगभग 40 किलोमीटर दूरी पर देवदार के जंगलों के बीचों – बीच स्थित है। इसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमनोत्री व गंगोत्री के बाद पांचवा धाम भी कहा जाता है। जागेश्वर मंदिर में लगभग 150 मंदिरों का ग्रुप है। जिसमें पांच मंदिर मुख्य है। पौराणिक मान्यता के अनुसार जागेश्वर को भगवान शिव की तपस्थली माना जाता है। यहां प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में मेले का आयोजन होता है। श्रद्धालु देश भर से यहाँ दर्शन करने आते है।

ब्राइट एन्ड कार्नर  (Bright end corner in Hindi)

Bright End Cirner अल्मोड़ा शहर से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित एक रमणीय पर्यटक स्थान है। ब्राइट एंड कॉर्नर सनराइज व सनसेट का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यह सुंदर जगह Mr. Brighton के नाम पर रखी गई है। इसी स्थान से अल्मोड़ा की माल रोड शुरु होती है। यदि आप अल्मोड़ा घूमने आते है, तो Bright end corner पर जरूर जाएं।

पंडित गोविंद बल्लभ पंत संग्रहालय (Pandit Govind Ballab pant museum in Hindi)

इस संग्रालय की स्थापना पंडित गोविंद बल्लभ पंत द्वारा उत्तराखंड के विकास में किए गए विशेष प्रयासों के सम्मान में 1980 में किया गया था। Almora Uttarakhand के मॉल रोड में स्थित यह यहां का एकमात्र संग्रहालय है। जो प्रयटकों के लिए बड़े आकर्षक का केंद्र है।

कसार देवी मंदिर (Kasar Devi Temple in Hindi)

अल्मोड़ा के देवी गांव में स्थित यह मंदिर अल्मोड़ा  से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर कश्यप पर्वत पर स्थित है। यह गाँव कसार देवी मंदिर के कारण देश व प्रदेश भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर लगभग दूसरी सदी का माना जाता है।  उत्तराखंड के स्थानीय लोग माँ कसार देवी पर अपनी अपार आस्था रखते है और उन्हें मां कसार देवी की शक्तियों पर भी अटूट विश्वास है।

यह मंदिर अल्मोड़ा से बागेश्वर रोड पर कसार नामक गांव में कश्यप पहाड़ी के एकदम शीर्ष पर एक गुफा नुमा स्थान पर बना हुआ है। माना जाता है कि इस मंदिर में मां दुर्गा  प्रकट हुई थी। मंदिर में मां दुर्गा के रूप कात्यायनी की पूजा की जाती है। जो दुर्गा के सभी 8 रूपों में से एक रूप है। यदि आप धार्मिक आस्था में अटूट विश्वास रखते है तो अल्मोड़ा आने पर माँ कसार देवी मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए।

दूनागिरी मंदिर (Doonagiri Temple in Hindi)

दुनागिरि मंदिर एक सिद्ध शक्ति पीठ है एवं इसका पौराणिक इतिहास रहा है। यह शक्ति पीठ द्रोणागिरी सिद्ध शक्ति पीठ में से ही एक है। कुमाऊं में स्थित यह दूसरी शक्ति पीठ है। पहली सिद्ध शक्ति पीठ वैष्णो देवी है। यह स्थान अल्मोड़ा द्वाराहाट शहर से लगभग 15 किमी की दुरी पर स्थित है। यहां पर दुर्गा माता की एक मूर्ति भी है। जिसे कत्यूरी नरेश सुधारदेव द्वारा स्थापित करवाई गयी थी।

मान्यता है की पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य द्वारा यहां तपस्या करने के कारण यहां का नाम द्रोणागिरी पढ़ा था। एक अन्य मान्यता अनुसार जब लक्ष्मण मेघनाद शक्ति से मूर्छित हुए थे, तो वैद्य शुषेण द्वारा हिमालय पर्वत से जड़ी बूटी के लिए भेजा था। हनुमान द्वारा यही से दुनागिरि पर्वत से पहाड़ का हिस्सा उठाया गया था जिसका एक टुकड़ा दुनागिरि मंदिर वाले स्थान पर गिरा था। माना जाता है कि उसी स्थान पर बाद में दुनागिरि मंदिर का निर्माण हुआ है।

डियर पार्क अल्मोड़ा (Deer Park Almora in Hindi)

अल्मोड़ा डियर पार्क शहर से केवल 2-3 किमी की दुरी पर स्थित है। यह पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। इस पार्क बहुत सारे पाइन के बृक्ष है जो इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाते है। पार्क में हिरन, तेन्दुए और हिमालयन भालू (Himalayan Black Bear) मुख्य रूप से पाए जाते है। यह पार्क मुख्यतः लुप्त प्रजातियों के जीवों के लिए प्रसिद्ध है।

कटारमल का सूर्य मंदिर (Katarmal suriya Temple in Hindi)

कटारमल सूर्य मंदिर अल्मोड़ा जिले में स्थित है। यह कटारमल सूर्य मंदिर नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर 800 वर्ष पुराना है। यह मंदिर अल्मोड़ा से कोसी सड़क मार्ग पर अल्मोड़ा शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर कटारमल गाँव में स्थित है। इस मंदिर की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 2120 मीटर है। कटारमल सूर्य मंदिर कुमाऊं का सबसे ऊँचा व कोर्णाक के सूर्य मंदिर के बाद यह एकमात्र सूर्य मंदिर है। धार्मिक आस्था रखने वाले पर्यटकों के लिए कटारमल का सूर्य मंदिर मुख्य आकर्षक का केंद्र है।

जीरो प्वाइंट (zero point in Hindi)

Zero point बिनसर वन्य जीव अभ्यारण के केंद्र में स्थित एक टावर है। यह अल्मोड़ा के पास स्थित है, समुद्र तल से लगभग 2300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। हिमालय, नंदा देवी, केदारनाथ इत्यादि के पर्वत के शानदार दृश्यों को देखने के लिए टूरिस्ट (turist) zero point पर पहुंचते है।

डोल आश्रम अल्मोड़ा उत्तराखंड (Dol Ashram Almora uttarakhand in Hindi)

डोल आश्रम अल्मोड़ा शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है। शहर की व्यस्त जिंदगी से बहुत दूर पहाड़ों के मध्य तथा हरे-भरे वनो के बीच स्थित यह आश्रम DolAshram) आपको ताजी, शुद्ध हवा व हरे – भरे बृक्षों एवं पक्षियों चहचहाट से मन मोह लेता है। प्रकृति की गोद में बसा डोल आश्रम आने वाले लोगों के मन को एक अलग सी शांति का अनुभव प्रदान करती है। यहां आकर पर्यटक अपनी सारी समस्याओं को बुलकर आश्रम और यहां की हरी-भरी वादियों के बीच मंत्रमुग्ध होकर खो से जाते हैं। यह स्थान मन को अत्यधिक सुकून और शांति प्रदान करती है।

अल्मोड़ा एक नजर में

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Road Distance Chart Between Almora to other City

DISTANCE FROMDISTANCE TODISTANCE
ALMORARANIKHET45 KM
ALMORANAINITAL60 KM
ALMORAMUNSYARI243 KM
ALMORAGOLU DEVATA8 KM
ALMORADOL ASHRAM40 KM
ALMORAHALDWANI93 KM
ALMORAPITHORAGARH116 KM
ALMORAPANTNAGAR116 KM
ALMORADEHRADUN346 KM
ALMORAKAUSANI46 KM
ALMORAMUKHTESHWAR38 KM
ALMORAMUSSOORIE387 KM
ALMORAKEDARNATH275 KM
ALMORABADRINATH297 KM
ALMORANEW DELHI377 KM

GOOGLE MAP ALMORA UTTARAKHAND

अल्मोड़ा कहाँ स्थित है ?

अल्मोड़ा उत्तर भारत के एक पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में स्थित है।

अल्मोड़ा क्यों प्रसिद्ध है ?

अल्मोड़ा एक सुन्दर हिल स्टेशन है। जो उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में पड़ता है। यहां पर कहीं सारे घूमने लायक स्थल है।

अल्मोड़ा कैसे पहुंचे ?

यदि आपको अल्मोड़ा जाना है, तो बस द्वारा दिल्ली से अल्मोड़ा आ सकते है। बस के अलावा ट्रैन से भी आ सकते है। ट्रैन से आप काठगोदाम तक आ सकते है, उसके बाद बस से अल्मोड़ा आसानी से पहुंच सकते है।

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